Delhi News: दिल्ली में प्रदूषण के खिलाफ युद्ध, राजधानी में फिर से लागू होगा ऑड-ईवन, आतिशी सरकार कृत्रिम बारिश की भी तैयारी में
Delhi News: दिल्ली में हर साल सर्दियों के आगमन के साथ ही वायु प्रदूषण का स्तर बढ़ जाता है, और यह न केवल दिल्लीवासियों के स्वास्थ्य के लिए खतरा बन जाता है, बल्कि राज्य और केंद्र सरकार के लिए भी एक बड़ी चुनौती के रूप में उभरता है। इसी समस्या से निपटने के लिए दिल्ली सरकार ने इस वर्ष के लिए ‘विंटर एक्शन प्लान’ तैयार किया है, जिसके तहत राजधानी में ऑड-ईवन योजना को फिर से लागू करने के संकेत दिए गए हैं। साथ ही, दिल्ली में नवंबर महीने के बीच कृत्रिम बारिश करवाने की भी योजना बनाई जा रही है।
प्रदूषण के खिलाफ युद्ध: ‘युद्ध प्रदूषण के विरुद्ध’ अभियान की शुरुआत
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने घोषणा की कि इस साल सरकार प्रदूषण से निपटने के लिए ‘युद्ध प्रदूषण के विरुद्ध’ नामक एक व्यापक अभियान शुरू कर रही है। इस अभियान का उद्देश्य दिल्ली में प्रदूषण के बढ़ते स्तर को रोकना और इसे नियंत्रित करना है। उन्होंने बताया कि इस वर्ष की थीम “चलो साथ चलें, प्रदूषण से लड़ें” होगी, जिसके तहत सभी सरकारी एजेंसियां और लोग मिलकर प्रदूषण को कम करने के प्रयास करेंगे।
गोपाल राय ने यह भी कहा कि 2016 की तुलना में दिल्ली के प्रदूषण स्तर में 34.6 प्रतिशत की कमी आई है, और इस सुधार में दिल्लीवासियों की भागीदारी का महत्वपूर्ण योगदान है। सरकार के अनुसार, अगर जनता का साथ बना रहा तो प्रदूषण पर और भी बेहतर तरीके से काबू पाया जा सकेगा।
ऑड-ईवन योजना: इमरजेंसी के तौर पर लागू होगी
दिल्ली सरकार ने संकेत दिए हैं कि राजधानी में ऑड-ईवन योजना को फिर से लागू किया जा सकता है, लेकिन इसे केवल एक आपातकालीन कदम के रूप में देखा जा रहा है। अगर दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 450 से ऊपर चला जाता है, तो ऑड-ईवन योजना लागू की जाएगी। इस योजना के तहत विषम और सम नंबर प्लेट वाली गाड़ियां बारी-बारी से सड़कों पर चलेंगी, जिससे वाहनों से होने वाले प्रदूषण में कमी लाई जा सकेगी।
ऑड-ईवन योजना पहले भी दिल्ली में लागू की जा चुकी है और इसके सकारात्मक परिणाम भी देखे गए थे। इस योजना से न केवल ट्रैफिक की समस्या में कमी आई थी, बल्कि प्रदूषण के स्तर में भी सुधार हुआ था।
कृत्रिम बारिश: प्रदूषण को कम करने की नयी पहल
प्रदूषण से निपटने के लिए इस बार दिल्ली सरकार एक नया कदम उठाने की तैयारी कर रही है, और वह है कृत्रिम बारिश करवाना। नवंबर 1 से 15 के बीच कृत्रिम बारिश करवा कर सरकार प्रदूषण के कणों को धरातल पर लाने का प्रयास करेगी। गोपाल राय ने बताया कि यह एक अनूठी पहल होगी, और इससे दिल्ली के प्रदूषण स्तर को नियंत्रित करने में मदद मिलेगी।
NCR राज्यों की भूमिका और केंद्र सरकार की सहायता की आवश्यकता
गोपाल राय ने अपने बयान में यह भी स्पष्ट किया कि दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण का एक बड़ा कारण NCR के पड़ोसी राज्यों की गतिविधियां हैं। उन्होंने कहा, “NCR के राज्यों में बढ़ता प्रदूषण दिल्ली पर भी प्रभाव डालता है। इस समस्या से निपटने के लिए हमें केंद्र सरकार की भी मदद चाहिए। जब तक सभी एजेंसियां और सरकारें मिलकर काम नहीं करतीं, तब तक प्रदूषण के खिलाफ युद्ध को प्रभावी ढंग से नहीं लड़ा जा सकता।”
दिल्ली सरकार के अनुसार, सभी सरकारी और निजी एजेंसियों को 7 अक्टूबर तक सभी मापदंडों का पालन करना होगा, अन्यथा उन पर कार्रवाई की जाएगी। साथ ही, 500 मीटर से बड़े सभी निर्माण स्थलों को पोर्टल पर पंजीकृत करना होगा ताकि उन पर निगरानी रखी जा सके।
धूल प्रदूषण को रोकने के लिए एंटी-डस्ट अभियान
दिल्ली सरकार ने 7 अक्टूबर से धूल प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए एक एंटी-डस्ट अभियान शुरू करने की भी योजना बनाई है। इस अभियान के तहत 85 रोड स्वीपिंग मशीनें और 500 जल छिड़काव मशीनों का उपयोग किया जाएगा। इस बार सरकार ने 200 मोबाइल एंटी-स्मॉग गन भी लॉन्च करने की योजना बनाई है, जो शहर के विभिन्न हिस्सों में धूल और धुएं को नियंत्रित करने के लिए तैनात की जाएंगी।
गोपाल राय ने बताया कि इस बार नवंबर-दिसंबर के महीने में जल छिड़काव की मात्रा को तीन गुना बढ़ाने का निर्णय लिया गया है। यह कदम इसलिए उठाया जा रहा है ताकि सर्दियों के दौरान वायु में मौजूद धूल और धुएं के कणों को धरातल पर लाया जा सके और प्रदूषण के स्तर को नियंत्रित किया जा सके।
प्रदूषण पर वास्तविक समय में नजर रखने के लिए ड्रोन
दिल्ली सरकार ने इस बार पहली बार हॉटस्पॉट्स पर नजर रखने के लिए ड्रोन का उपयोग करने का निर्णय लिया है। इस कदम से प्रदूषण के स्रोतों का पता वास्तविक समय में लगाया जा सकेगा, जिससे समय पर कार्रवाई करना संभव हो सकेगा। ड्रोन के जरिए शहर के उन इलाकों की पहचान की जाएगी, जहां प्रदूषण का स्तर अधिक होता है और तुरंत उपाय किए जाएंगे।
भविष्य की तैयारियां और जनता की भागीदारी
दिल्ली सरकार ने अपने प्रयासों के साथ-साथ जनता से भी सक्रिय भागीदारी की अपील की है। गोपाल राय ने कहा कि प्रदूषण से लड़ने के लिए जनता का साथ जरूरी है, और सरकार के सभी कदम तभी सफल होंगे जब दिल्लीवासी इसमें सहयोग करेंगे। उन्होंने यह भी बताया कि प्रदूषण से बचने के लिए हर व्यक्ति को अपनी जिम्मेदारी निभानी होगी, चाहे वह निजी वाहन का कम उपयोग हो या फिर धूल और धुएं को नियंत्रित करने के प्रयास।